Rasagulla information in hindi रसगुल्ला की जानकारी
रसगुल्ला बंगाल की सबसे फेमस स्वीट्स में से एक है, तथा बंगली लोग अपने हर त्योहार में बनाते है, इसे बनाना बहुत ही आसान है तथा इसमें ज्यादा मात्रा में कैलोरी भी नही होता है, और सेहत के लिए लाभकारी भी होता है।
रेसिपी क्विंजन - इंडियन
पूर्व तैयारी - 10 मिनट
बनाने का समय -30 मिनट
टोटल समय - 40 मिनट
कितने लोगों के लिए - 4-5
मिल टाइप - वेज
How much have calories in rasagulla रसगुल्ला में कितने कैलोरी होते है
रसगुल्ला में सबसे कम 74% कैलोरी (एक पीस) होतीहै। इसका रस निचोड़कर कैलोरी कम की जा सकती है। रसगुल्ला के तुलना में दाल के हलवे में घी और चीनी की मात्रा लगभग दोगुनी होती है, इसलिए यह सेहत के लिए अच्छा नहीं है। एक व्यक्ति को आमतौर पर 1600-1800 कैलोरी लेनी चाहिए और इसमें सिर्फ 4% प्रतिशत मीठा यानी 64% कैलोरी ही होती है।
रसगुल्ला बनाने की आवश्यक सामग्री ingradients for rasagulla
1 लीटर दूध
2 टेबलस्पून नींबू का रस
250 ग्राम चीनी
1 लीटर पानी
1 टीस्पून कॉर्नफ्लोर
1 टीस्पून केवड़ा जल
Benefits of rasagulla रसगुल्ला के फायदे
अगर आप पीलिया की बीमारी से परेशान हैं तो आप रोज सफेद रसगुल्लों का सेवन करें. इसे पीलिया की समस्या बहुत ही जल्द ठीक हो जाएगी
यूरिन इंफेक्शन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए रसगुल्ला का सेवन कर सकते हैं.
आंखों में जलन या दर्द होने पर भी आप रसगुल्ले का सेवन करें इसके सेवन करने से आंखों में जलन की समस्या जड़ से खत्म हो जाती है
अगर किसी इंसान को थकान महसूस हो रही हो तो उस इंसान को रसगुल्ले का सेवन जरूर करना चाहिए. रसगुल्ले के सेवन से थकान एकदम दूर हो जाती है .
चूंकि रसगुल्ला छेना का बना होता है इसलिए दूध में पाये जाने वाला हेल्दी तत्व कैल्शियम भी प्रचुर मात्रा में होता है जिससे शरीर की हड्डियां मजबूत होती हैं .इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करने का काम करता है, इसलिए थकान दूर होता है।
रसगुल्ला बनाने की विधि how to make rasagulla
कड़ाही में दूध डालकर मीडियम आंच पर रखें.
कड़ाही को ढक दें.
जब इसमें उबाल आ जाए मलाई जम जाए तो इसे आंच से उतार लें.
1-2 मिनट तक दूध को चलाते हुए ठंडा कर लें. ऐसा करने से छेना सॉफ्ट बनेगा.
जब हल्का ठंडा हो जाए तो इसमें नींबू का रस डालकर थोड़ा-सा चलाकर छोड़ दें.
ध्यान रखें नींबू का रस डालने के बाद दूध ज्यादा देर तक चमचा से हिलाना नहीं है.
छेना फाड़ने के लिए ज्यादा नींबू का रस भी नहीं डालना है, नहीं तो छेना सक्त बनता है.
जब दूध फट जाए और चमकदार थक्के न बन जाए तब तक इसे न हिलाएं.
जब दूध के थक्के बढ़िया बन जाए तो इसे चमचा से चलाकर बढ़िया छेना बना लें.
छन्नी के ऊपर कपड़ा रखकर इसमें छेना डालकर छान लें.
इसे छेने की पोटली ठंडे पानी में धो लें.
ऐसा करने से छेना मुलायम बनेगा और नींबू की खट्टा पन निकल जाएगी.
पानी से निकालने के बाद छेने की पोटली को दबा-दबाकर इसका पानी निकाल लें.
इसके बाद पोटली को 30 मिनट के लिए लटका कर रख दें ताकि इसका सारा पानी निथर जाए. बीच-बीच में इसका पानी निचोड़ते जाएं.
इसके बाद एक कड़ाही या बर्तन में चीनी और पानी डालकर धीमी आंच पर रखें.
अब छेने को प्लेट पर रखें और 5-6 मिनट तक अच्छी तरह मसलते हुए छेने को गूंथे.
सॉफ्ट रसगुल्ले बनाने के लिए इस स्टेप को बहुत अच्छी तरह अपनाए.
छेना मसलते-मसलते इसमें चिकनाहट तथा घी आ जाएगी.
इस स्टेप पर आप इसमें एक छोटा चम्मच कॉर्न फ्लोर मिला लें.
फिर छेने को 2-3 मिनट तक अच्छी तरह मसलें.
एक लीटर दूध से बने छेने से 10-11 रसगुल्ले बनाए जा सकते हैं.
तैयार छेने से 10-11 लोइयां तोड़ लें.
एक भाग लेकर गोल-गोल करते हुए बॉल बना लें. इसी तरह सभी बॉल बना लें.
चाशनी की आंच तेज कर दें ताकि इसमें अच्छी तरह उबाल आ जाए.
उबाल आने पर इसमें एक-एक करके छेने की बॉल्स डाल दें.
सारे रसगुल्ले डालने के बाद कड़ाही या बर्तन को ढककर 15 मिनट तक तेज आंच पर ही रसगुल्लों को उबाले .
अगर चाशनी की आंच कम रखेंगे तो इसमें रसगुल्ले सख्त हो जाएंगे.
15 मिनट बाद चाशनी में एक चम्मच केवड़ा जल डाल लें. इससे रसगुल्ले में अच्छी सी खुशबू आएगी.
आंच बंद करने के बाद 20 मिनट तक बर्तन या कड़ाही को ढककर रख दें.
इसके बाद आप पाएंगे की रसगुल्ले एकदम रुई जैसे मुलायम और स्पंजी बना है।
टिप्स tips
दूध को फटाने के लिए सिरका का भी प्रयोग कर सकते है।